About Astronomy Festival

खगोल विज्ञाान क्या है


आकाश में चमकने वाले टिमटिमाते तारे सदियों से लोगों को आकर्षित करते आ रहे हैं। आज भी इनके बारे में अधिकाधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए छोटे-बड़े सभी उत्सुक रहते हैं।


आकाशीय पिण्डों की वास्तविकता का अध्ययन ही ‘खगोल विज्ञान’ या खगोलिकी कहलाता है। यह उन प्रथम विज्ञानों में से है, जिनका जन्म मानव-जाति के शैशव काल से ही हो गया था और जो प्रकृति ज्ञान के मोर्चे पर सदा अग्रिम पंक्ति में रही है; आधुनिक खगोलिकी का क्षेत्र तेजी के साथ विकसित हो रहा है। अतएव इस विषय पर सृजनात्मक चिंतन करने वाले बाल वैज्ञानिकों के खोज की आवश्यकता है। इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए खगोल विज्ञान उत्सव की शुरुआत की गई है।


इस वर्ष की मुख्य थीम प्रकाश है। चूंकि इस वर्ष को संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की।



शुरुआत:


पिछले 19 वर्षों से मध्य प्रदेश विज्ञान सभा के खगोल विज्ञान समूह द्वारा जिला एवं राज्य स्तरीय खगोल विज्ञान उत्सव का आयोजन आंचलिक विज्ञान केन्द्र, भोपाल के साथ मिलकर किया जा रहा है। अब 20वाॅ खगोल विज्ञान उत्सव का आयोजन आंचलिक विज्ञान केन्द्र, म.प्र. विज्ञान सभा, म.प्र.विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद एवं विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली संयुक्त रूप से मिलकर प्रकाश वर्ष के रूप में आयोजित कर रहे हैं। अभी तक एक लाख से अधिक विद्यार्थियों ने खगोल विज्ञान उत्सव में जिला स्तर पर भागीदारी की है। प्रतिवर्ष चयनित 20 विद्यार्थी(10 जूनियऱ10 सीनियर समूह) ने राष्ट्रीय स्तर के खगोल विज्ञान उत्सव में भागीदारी करते आ रहे हैं। जिला खगोल उत्सव 20 अगस्त 2019 एवं तीन दिवसीय राज्य स्तरीय खगोल विज्ञान उत्सव का आयोजन 12-13 अक्टूबर 2019 को आयोजित की जायेगी। इस आयोजन में दोनों समूहों से चयनित विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जायेगा।


जिला स्तर पर चयनित 3 जूनियर एवं 3 सीनियर प्रतिभागी विद्यार्थियों को विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली द्वारा भी पुरस्कृत किया जावेगा।



उद्देश्य


1खगोलिकी का सृजनात्मक चिंतन करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों की खोज करना और उन्हें पुरस्कृत करना।

2चयनित विद्यार्थियों को खगोलिकी विषय पर अधिकाधिक जानकारी प्रदान करना।

3प्रतिभावान छात्रों के लिए वैज्ञानिक खोज एवं अनुसंधान के अवसर उपलब्ध करना।

4खगोलिकी/खगोल विज्ञान को कैरियर के रूप में लोगों के सामने लाना।